मोहसिन खान
मेरठ-पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कभी मिनी पाकिस्तान, तो कभी मुस्लिमों को टारगेट करते हुए ये कहना कि पाकिस्तान चले जाओ तो कभी ताजमहल को तेजोमहल जैसे विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सरधना से पूर्व विधायक संगीत सोम विधायकी जाने के बाद भी विवादित बयानबाज़ी से बाज़ नहीं आ रहे है। हाल ही में उन्होंने मेरठ गन्ना समिति डेलीगेट्स चुनावी प्रक्रिया को लेकर एआर कॉपरेटिव को जमकर हड़काया, यहां तक कहा कि इलाज बांध दूंगा, लेकिन ‘दा मिड पोस्ट’ संगीत सोम की वायरल ऑडियो की कोई पुष्टि नहीं करता है। लेकिन बताया ये जा रहा है कि वायरल ऑडियो में एक आवाज़ पूर्व विधायक संगीत सोम की है। हालाकि ये कोई पहला मौका नहीं कि जब बीजेपी के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम ने ऐसा कोई विवादित बयान दिया हो, बल्कि वो सुर्खियों में बने रहने के लिए समय समय पर विवादित बयान देते रहते है।
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संगीत की पूर्व की विवादित ‘सरगम’
सरधना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रहे संगीत सोम की विवादित ‘सरगम’ की तान गाहे-बगाहे बजती रही है। लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री के रैली के बाद संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर से सांसद रहे संजीव बालियान को भी नहीं बख्शा था, उन्होंने संजीव बालियान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा था कि उनका ‘स्तर नहीं है संजीव बालियान का मुझसे बात करने का’ फिर उसके बाद सवालों के घेरें में आई कोरोना वैक्सीन को लेकर संगीत सोम ने मुस्लिम समुदाय पर हमला बोला था और कहा था कि अगर वैज्ञानिकों पर विश्वास नहीं है तो ऐसे लोग पाकिस्तान चले जाएं, ताजमहल को लेकर बयानबाजी की और बयान दे दिया कि वहां कोई शाहजहां और मुमताज की कब्र नहीं है बल्कि वो तो ‘तेजोमहल’ है। संगीत सोम के विवादित बयानों की फेहरिस्त यहीं खत्म नहीं होती है बल्कि एक चुनावी सभा के दौरान अखिलेश यादव को लेकर कहा कि अखिलेश ने यूपी को मुगल सल्तनत बना दिया है और वो इसके आखिरी शासक होंगे, झांसी के उरई इलाके में सपा नेता और पूर्व मंत्री आज़म खां को चपरासी बता दिया था। जनसंख्या नियंत्रण कानून पर संगीत सोम ने एक कार्यक्रम में कहा कि बच्चा पैदा करने के अलावा कुछ ओर भी अल्लाह की देन है।
संगीत सोम के हाल ही के विवादित बयान
ज्वालागढ़ में 10 मई 2022 को ज्ञानवापी पर बयान दिया और कहा कि 1992 में बाबरी मस्जिद और 2022 में ज्ञानवापी की बारी है, जबकि 10 अगस्त 2022 को ही उन्होंने सरधना में एक जनसभा के दौरान कहा था कि ‘मै देख रहा हूं कि कुछ लोग एक्टिव हो रहे है, गुंडई करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन बता देना चाहता हूं कि मै कहीं गया नहीं यहीं कस्बे में हूं, इलाज बांध दूंगा, अखिलेश यादव को सीजनल हिन्दु बताया।