Kasganj : जनपद कासगंज की नगर पंचायत भरगैन मे भट्टे के बिना एनओसी संचालन होने की शिकायत पर जांच को पहुंचे एसडीएम पटियाली कुलदीप सिंह और भरगैन चैयरमैन एवं ईट्ट भट्टा स्वामी चमन सेठ मे हथापाई और जमकर नोकझोंक हुई थी। घटना से सम्बंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए थे।अब मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम मेधा रुपम ने घटना की जांच के आदेश दिए है।जिसमें जांच के लिए नियुक्त जांच अधिकारी एडीएम राकेश पटेल तीन दिन मे रिर्पोट डीएम को सौपेंगे।लेकिन जांच रिर्पोट कुछ भी आए उससे पहले प्रशासन की फजीहत हो रही है।लोग घटना को लेकर तरह तरह के प्रश्न चिह्न उठा रहे है।
क्या था मामला ?
पटियाली तहसील क्षेत्र के एसडीएम कुलदीप सिंह और कस्बा भरगैन के चैयरमैन चमन सेठ आमने-सामने आ गए।दोनों में हाथापाई भी हुई।एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए गए।
दरअसल एसडीएम पटियाली कुलदीप सिंह गुरुवार दोपहर दो बजे के आसपास चमन सेठ के भट्टे की शिकायत पर जांच के लिए भरगैन पहुंचे थे।एसडीएम का कहना है कि कस्बा भरगैन में एक ईंट भट्ठा संचालित है।भट्टा अवैध रूप से संचालित किए जाने की शिकायत पर वह वहाँ पहुंचे थे।यह भट्टा भाजपा समर्थित भरगैन चैयरमैन द्वार अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था।जब उन्होने मौके पर पहुंच कार्यवाही करते हुए जेसीबी पकड़ी तो चैयरमैन द्वारा उनके साथ अभद्रता की गई।
यह भी पढ़ें : तीन बच्चों की मां प्रेमी संग हुई फरार, पति की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज
वही चैयरमैन चमन सेठ का आरोप था कि एसडीएम पटियाली से एक कार्य के लिए उनके अनुरोध पर उन्होंने आठ लाख रुपये रिश्वत में मांगे थे।चार लाख रुपए उनको दे दिए गए।एक एसी भी दिया और इसके अलावा 50 हजार और भी दिए।जब काम नहीं हुआ तो रुपए वापस मांगेने पर ईट्ट भट्टे पर कार्यवाही को पहुंच गए।उन्होने डीएम से मुलाकात कर अपना पक्ष रख दिया है।