Trump AI video: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक AI जनित वीडियो साझा किया, जिसने व्यापक विवाद खड़ा कर दिया. इस वीडियो में गाजा को एक आधुनिक और विकसित शहर के रूप में दिखाया गया है, जहां गगनचुंबी इमारतें, लग्जरी कारें और चमकते हुए बाजार नजर आ रहे हैं. वीडियो में ट्रंप को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ समुद्र तट पर पार्टी करते हुए भी दिखाया गया है. इसके अलावा, इसमें स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क को भी दिखाया गया है, जो इस नए शहर में लजीज भोजन का आनंद ले रहे हैं.
वीडियो की मुख्य झलकियां
वीडियो की शुरुआत 2025 में तबाह हो चुके गाजा की तस्वीरों से होती है, जिसके बाद एक सवाल आता है— “आगे क्या?” इसके बाद, एक ऐसे शहर की कल्पना की गई है, जहां कोई डर नहीं, कोई सुरंग नहीं और Trump के नेतृत्व में गाजा “चमक रहा है.” बैकग्राउंड में बजने वाले गाने में ट्रंप को गाजा का उद्धारकर्ता बताया गया है.
This AI video about what #Gaza will become thanks to #Trump was published on his social network Truth by Trump himself.
And it’s impossible to stop screaming here. Golden statues of Trump himself. #Musk is having a snack on the beach.
And at 14ʼʼ bearded women are dancing.
In… pic.twitter.com/xiEsRctCRl— A. Huliush Tutush 🇨🇦🇺🇦 (@pes_i_mistik) February 26, 2025
Video में दिखाए गए दृश्यों में बेली डांसर्स, आलीशान गाड़ियां, और आसमान से गिरते डॉलर को पकड़ने की कोशिश करते बच्चे शामिल हैं. सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करने वाली बात यह रही कि इसमें गाजा में ट्रंप की एक विशालकाय प्रतिमा भी दिखाई गई है, जिसे लेकर लोग काफी नाराज हैं.
सोशल मीडिया पर विरोध
इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर Trump की आलोचना शुरू हो गई. कई यूजर्स ने इसे “संवेदनहीन” और “असंगत” करार दिया. एक व्यक्ति ने लिखा, “मैंने ट्रंप को अमेरिका की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए वोट दिया था, न कि इस तरह के प्रचार के लिए.”
एक अन्य यूजर ने नाराजगी जताते हुए कहा, “यह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति का आधिकारिक अकाउंट है या कोई मजाक? सम्मान और गंभीरता कहां है?”
गाजा को लेकर ट्रंप के पुराने बयान
Trump और नेतन्याहू के संबंध हमेशा घनिष्ठ रहे हैं. हाल ही में व्हाइट हाउस में एक प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका “गाजा पट्टी पर कब्जा करेगा और वहां आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा.”
हालांकि, इस बयान और AI जनित वीडियो ने विवाद को और गहरा कर दिया है. मानवाधिकार संगठनों और फिलिस्तीन समर्थकों ने इसे गाजा के संघर्ष का उपहास बताया है.