Trump Gold Card Plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नई प्रवास नीति की घोषणा की है, जिसके तहत 5 मिलियन डॉलर (करीब 43 करोड़ रुपये) का भुगतान करने पर ‘गोल्ड कार्ड’ मिलेगा। यह ग्रीन कार्ड की तरह ही होगा, लेकिन इसमें अतिरिक्त लाभ भी होंगे। ट्रंप ने कहा कि यह योजना जल्द लागू की जाएगी और इसके लिए संसद की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य अमीर प्रवासियों को आकर्षित करना और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर निवेश लाना है। सोशल मीडिया पर ‘Gold Card’ की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, और दुनियाभर में इस पर चर्चा हो रही है।
EB-5 की जगह लेगा ‘गोल्ड कार्ड’
यह योजना अमेरिका के मौजूदा EB-5 वीजा कार्यक्रम की जगह लेगी, जिसके तहत विदेशी निवेशकों को ग्रीन कार्ड दिया जाता था। वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने बताया कि अब निवेशकों को अमेरिकी सरकार को सीधे 5 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा, जिससे उन्हें ‘Gold Card’ मिलेगा। इस नई योजना से अमेरिका में धन का प्रवाह बढ़ेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
President Trump announces the “Gold Card” — a $5M path to citizenship:
"They'll be able to pay $5M to the U.S. government. They'll have to go through vetting, of course … and they can invest in America and we can use that money to reduce our deficit." pic.twitter.com/N8XntQQgYF
— Tiffany Fong (@TiffanyFong_) February 25, 2025
रूसी अरबपतियों को भी मिलेगा मौका?
ट्रंप से जब पूछा गया कि क्या रूस के अमीर भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि यह संभव है। उन्होंने कहा कि वे कुछ रूसी अरबपतियों को जानते हैं जो इस योजना में रुचि ले सकते हैं। उनका मानना है कि इससे अमेरिका को अधिक धन प्राप्त होगा और समृद्ध निवेशक अमेरिका में कारोबार स्थापित कर सकेंगे।
विवाद और प्रतिक्रियाएं
इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों का मानना है कि यह योजना अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगी, जबकि आलोचक इसे अमीरों के लिए एक ‘शॉर्टकट’ बता रहे हैं। उनका तर्क है कि यह नीति मध्यमवर्गीय और गरीब प्रवासियों के लिए अमेरिका में बसने को और कठिन बना देगी।
ट्रंप प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि ‘गोल्ड कार्ड’ योजना जल्द लागू की जाएगी और इसका उद्देश्य अमेरिका में समृद्धि और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। अब देखना होगा कि इस योजना को लेकर दुनियाभर में क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं और यह अमेरिकी प्रवास नीति को कैसे प्रभावित करती है।