Atul Pradhan: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया गया है। सदन में भारी हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सपा विधायक अतुल प्रधान को सदन से बाहर जाने का आदेश दिया और पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम पर सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि योगी सरकार के मंत्री ने हमारे सदस्य पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया और हम अतुल के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष द्वारा की गई कार्रवाई का विरोध करते हैं। उधर, इस हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही अभी स्थगित है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
अतुल प्रधान पूरे सत्र के लिए हुए निष्कासित
बता दें कि, दोपहर 1:55 बजे हंगामा हुआ और करीब दो बजे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अतुल को सदन से बाहर जाने का आदेश दिया। इस बीच विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी के विधायक अतुल प्रधान को मार्शल अपने साथ ले गए। दरअसल सदन में आज स्वास्थ्य के मुद्दे पर बहस चल रही थी। विवाद बढ़ने लगा। इसी दौरान अतुल और राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण के बीच कहासुनी बढ़ने लगी। स्पीकर ने बीच-बचाव किया लेकिन हंगामा जारी रहा। बाद में स्पीकर ने विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निष्कासित कर दिया। इसके बाद से यूपी विधानसभा के अंदर और बाहर माहौल गरम है।
घटना पर बीजेपी का आया रिएक्शन
इस घटना पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- समाजवादी पार्टी का बुरा हाल है। 27 का शासक बनने का उनका सपना टूट गया है, अब 2047 तक का रास्ता बंद हो गया है। उन्हें मौका नहीं मिलेगा, इसलिए अब वे सदन नहीं चलने दे रहे हैं। वे सदन के अंदर बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं। जनता उनकी यह हरकत देख रही है। लोकसभा चुनाव में झूठ बोलकर मिली जीत के बाद विधानसभा उपचुनाव में उनकी हार हुई। अब 2047 तक का रास्ता बंद हो गया है। घबराहट में वे सदन के अंदर नियमों के खिलाफ बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं। जनता यह देख रही है और सदन भी देख रहा है।
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