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Thursday, October 17, 2024
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UP Politics: बीजेपी पर कम होगा दबाव, कांग्रेस-सपा में होगा कसाव

(इनपुट- मोहसिन खान)

UP Politics: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद न केवल बीजेपी को संजीवनी मिली है, बल्कि उनका उत्साह और मनोबल भी बढ़ा है। अब यह माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश (UP Politics) में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के लिए राह पहले से अधिक आसान होगी।

महत्वपूर्ण बात यह है कि उपचुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों का दबाव बीजेपी पर कम होगा। वहीं, जम्मू-कश्मीर में 20 सीटों पर ज़मानत गंवाने वाली सपा और हरियाणा में आंतरिक मतभेदों से जूझ रही कांग्रेस के बीच उपचुनाव में सीट बंटवारे को लेकर संघर्ष हो सकता है।

बीजेपी को यूपी उप चुनाव में मिलेगा फायदा!

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के एग्जिट पोल के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में एक निराशा का माहौल था। हालांकि, यूपी में लोकसभा नतीजों के बाद से कई कार्यकर्ता सक्रिय नहीं थे, लेकिन दोनों राज्यों में परिणाम आने के बाद उदास कार्यकर्ताओं को एक नई ऊर्जा मिली है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है। अब यह माना जा रहा है कि हरियाणा में बीजेपी की जीत और जम्मू-कश्मीर में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन का लाभ यूपी विधानसभा उपचुनाव में मिल सकता है।

इसके अलावा, लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बीजेपी संगठन पर दबाव बनाने वाले सहयोगी दलों का दबाव भी कम होगा। उपचुनाव को लेकर निषाद पार्टी और अपना दल एस ने सीटों की मांग की थी। यदि हरियाणा में परिणाम विपरीत होते, तो बीजेपी के सहयोगी दल उस पर राजनीतिक दबाव बना सकते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है।

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क्या टूट जाएगी यूपी में ‘दो लड़को’ जोड़ी

पार्टी का विस्तार करने के उद्देश्य से जम्मू-कश्मीर में 20 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी का हाल इतना बुरा हुआ कि शायद उन्होंने यह भी नहीं सोचा होगा। 20 सीटों पर सपा के उम्मीदवारों की ज़मानत तक जब्त हो गई, और पार्टी को एकाकी चलने का सबक भी मिला। बंदीपुरा विधानसभा को छोड़कर बाकी 19 सीटों पर सपा उम्मीदवार 500 वोट का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए।

दूसरी ओर, हरियाणा में आंतरिक कलह के चलते मिली जीत गंवाने वाली कांग्रेस पर सपा ने बयानबाजी शुरू कर दी है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि यह सब यूपी उप चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची का संकेत है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि सीट बंटवारे के मसले पर यूपी (UP Politics) में दो नेताओं की जोड़ी टूट सकती है, क्योंकि माना जा रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए सपा अब उसे एक सीट से ज्यादा नहीं देगी, और यह सीट गाजियाबाद हो सकती है।

बता दें कि सपा ने 6 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं और 4 सीटों को होल्ड पर रखा था। अब दोनों राज्यों के नतीजे आने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा (UP Politics) फूलपुर, मीरापुर और खैर सीट पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है।

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