UP Governmnet : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा ऐलान किया है कि प्रदेश को गरीबी मुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर यह घोषणा की कि उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बनेगा जहां कोई भी गरीब नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए सरकार ने एक ठोस रोडमैप तैयार किया है।
गरीब परिवारों की पहचान
सीएम योगी ने बताया कि सरकार हर ग्राम पंचायत के 10-15 सबसे गरीब परिवारों को चिन्हित करेगी। इन परिवारों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए पंचायत स्तर पर काम किया जाएगा और ऐसे परिवारों को ध्यान में रखकर योजनाओं का क्रियान्वयन होगा जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
योजनाओं के तहत क्या मिलेगा?
सरकार इन गरीब परिवारों को रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतें मुहैया कराएगी। बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, इन परिवारों की आय को सुनिश्चित करने के लिए रोजगार और आजीविका के साधन भी दिए जाएंगे।
गरीबों की पहचान के मानक
सीएम योगी ने बताया कि जिन परिवारों को इस योजना के तहत चुना जाएगा, वे निम्नलिखित मानकों पर खरे उतरने चाहिए.
1. आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर होना। 2. भूमिहीन होना या जिनके पास केवल कच्चा मकान है। 3. केवल कृषि या दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर होना। 4. आय का कोई स्थिर स्रोत न होना।
पारदर्शी चयन प्रक्रिया
गरीब परिवारों की पहचान के लिए तीन स्तर की पारदर्शी चयन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। इस प्रक्रिया में संबंधित अधिकारी और ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो।
सभी जिलाधिकारियों को इस योजना के तहत निर्धन परिवारों को चिन्हित करने के आदेश दिए जा चुके हैं। इस महत्त्वपूर्ण योजना के तहत सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि कोई भी गरीब परिवार छूटे नहीं और उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं और सेवाएं मिल सकें।
यूपी के लिए महत्त्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह ऐलान उत्तर प्रदेश को गरीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यदि यह योजना सफल होती है, तो उत्तर प्रदेश न केवल देश का पहला गरीबी मुक्त राज्य बनेगा बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करेगा।