Saudi Arabia: सऊदी अरब के जेद्दा में 26 वर्षीय जैद को मौत की सजा सुनाई गई है। जैद को ड्रग तस्करी का दोषी पाया गया है। मौत की सजा पाने वाला जैद यूपी के मेरठ जिले के रचौती गांव का रहने वाला है। सोमवार रात को मेरठ के मुंडाली थाने की पुलिस जैद के घर पहुंची और नोटिस चस्पा कर वहां से चली गई। अब इस मामले में पैरवी के लिए परिवार को 15 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया है, तो चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
पिछले साल जनवरी में हुआ था गिरफ्तार
26 वर्षीय जैद 2022 में रचौती गांव से सऊदी अरब के जेद्दा गया था। वहां जैद गाड़ी चला रहा था। जैद के परिवार से जुड़े गुलजार ने बताया कि जैद के छह भाई-बहन हैं। जैद दूसरे नंबर का है। उसकी शादी नहीं हुई है। वह ड्राइवर है। पिछले साल जनवरी में उसे वहां पकड़ा गया था। उसके पास से ड्रग्स बरामद होने की सूचना मिली थी। तब से उसके खिलाफ केस चल रहा था। जैद के पिता जुबैर किसान हैं और उसका दूसरा भाई भी सऊदी में काम करता है।
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जैद के घर चस्पा किया गया नोटिस
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि जब से उसके परिजनों को फांसी की सजा के बारे में पता चला है, वे काफी परेशान हैं। वे इस मामले में कैसे पैरवी कर सकते हैं। इस बारे में हम पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर रहे हैं। यह मामला अभी सऊदी अरब के गृह मंत्रालय से मंजूरी की प्रक्रिया में है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि मुंडाली थाने की पुलिस ने जैद के घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है। अब परिजन इस मामले में पैरवी करेंगे।
इन देशों में है फांसी का है प्रावधान
सऊदी अरब समेत कई देशों में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में सख्त कानून हैं। इनमें से कई देश संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के निर्देशों की अनदेखी कर मौत की सजा देते हैं। सऊदी अरब इनमें से एक है। इसके अलावा सिंगापुर, चीन, वियतनाम, ईरान भी हैं। सऊदी अरब ने कुछ साल पहले मादक पदार्थों से जुड़े मामलों में मौत की सजा पर रोक लगा दी थी, लेकिन हाल के सालों में वहां एक बार फिर मौत की सजा दी जाने लगी है।
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