Uttar Pradesh by-election: उत्तर प्रदेश की राजनीति में उपचुनावों के चलते हलचल तेज हो गई है। राज्य की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों ने सभी राजनीतिक दलों को सक्रिय कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन सपा सांसद डिंपल यादव ने इस पर स्थिति स्पष्ट की है।
सपा पूरी तैयारी में, डिंपल ने किया जीत का दावा
सपा सांसद डिंपल यादव ने उपचुनावों को लेकर आत्मविश्वास जताया है। उन्होंने दावा किया है कि सपा पूरी तरह से तैयार है और लोगों ने मौजूदा सरकार के खिलाफ बदलाव का मन बना लिया है। डिंपल का कहना है कि लोग अब धर्म से हटकर वास्तविक मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं, जिनमें बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार प्रमुख हैं।
उनका कहना है, “अयोध्या में हमें जो समर्थन मिला है, उससे यह स्पष्ट है कि जनता अब परिवर्तन चाहती है और सपा की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है।”
सीटों के बंटवारे पर क्या है योजना?
सपा और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चाएं जारी हैं। इस सवाल पर डिंपल यादव ने कहा कि इसका निर्णय सपा के वरिष्ठ नेता करेंगे। उन्होंने इशारा किया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन की रणनीति पर मंथन चल रहा है, और इसका अंतिम निर्णय जल्द लिया जाएगा।
डिंपल यादव ने विश्वास जताया कि गठबंधन की यह रणनीति प्रदेश में बदलाव लाने के लिए होगी और सपा की स्थिति उपचुनावों में मजबूत रहेगी।
सरकार पर गंभीर आरोप, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा मुख्य मुद्दे
डिंपल यादव ने Uttar Pradesh सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे प्रदेश में बड़े संकट का कारण बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार पिछले 10 सालों में युवाओं को नौकरियां देने में असफल रही है, और प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।
“जातिगत जनगणना की हमारी मांग अभी भी लंबित है, और इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रदेश का प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है और जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उसे जेल में डाल दिया जाता है,” डिंपल यादव ने कहा।
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बीजेपी की हार की टीस, सपा को बताया खतरा
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने सपा पर कड़ा प्रहार किया है। मौर्या ने कहा कि अयोध्या में लोकसभा चुनावों में मिली हार बीजेपी के लिए बड़ा झटका थी। हालांकि, उन्होंने विश्वास जताया कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ही जीत हासिल करेगी। उन्होंने सपा को Uttar Pradesh के लिए “खतरा” बताया और जनता से इसे समाप्तवादी पार्टी बनाने की अपील की।
इन सीटों पर होंगे उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, कुंदरकी, करहल, कटेहरी, मिल्कीपुर, सीसामऊ, मझवां और फूलपुर शामिल हैं। इनमें से नौ सीटें इसलिए खाली हुईं क्योंकि वहां के विधायक सांसद बन गए हैं, जबकि एक सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने के कारण खाली हुई है।
सपा और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला आना बाकी है। उपचुनाव के नतीजे प्रदेश की आगामी राजनीतिक दिशा को तय करेंगे, ऐसे में देखना होगा कि इस चुनावी जंग में किसकी जीत होती है।