Devuthani Ekadashi 2024: आने वाली 12 नवंबर को देवउठानी एकादशी है और इसी दिन से सभी प्रकार के मंगलकार्य शुरू जाएंगे। देवउठनी एकादशी पर ही भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार माह के शयन के बाद जागे थे, इसलिए इस तिथि का विशेष महत्व है। देवउठनी एकादशी के बाद मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। 17 जुलाई को श्रीहरि विष्णु योग निद्रा में चले गए थे तथा इसी दिन से चातुर्मास शुरू हो गए थे। देवोत्थानी एकादशी के बाद से विवाह व अन्य मंगलकार्याे पर लगा विराम हट जाएगा।
12 दिसंबर से 15 दिसम्बर तक ही होंगे मांगलिक कार्य
इस वर्ष 12 नवम्बर देवोत्थानी एकादशी से लेकर 15 दिसम्बर तक ही मांगलिक कार्य होंगे। 16 दिसम्बर से खरमास लगने के चलते एक माह तक विवाह नहीं होंगे। इस वर्ष के बाकी दो महीनों में विवाह के 17 मुहूर्त हैं। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर को 03 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी। यह 12 नवंबर को 12 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार उदयातिथि के अनुसार 12 नवंबर को देवउठानी एकादशी है।
16 दिसंबर से 14 जनवरी तक रहेगा खरमास
13 नवंबर को तुलसी विवाह मनाया जाता है और यह दिन बहुत ही खास मना जाता है। तुलसी विवाह की तिथि से सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जाते हैं। 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु के सूर्य में होने से खरमास लग जायेगा। 13 नवंबर को तुलसी विवाह पर अच्छा विवाह मुहूर्त है। इसके बाद 17 व 18 नवंबर को विवाह हेतु उत्तम मुहूर्त हैं। 22, 23, 24, 25, 26, 28 व 30 नवम्बर को भी विवाह होंगे। दिसम्बर माह में 2 दिसंबर को पहला शुभ विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद 3, 4, 5, 9, 10, 14 दिसंबर को भी मुहूर्त हैं। वर्ष का अंतिम विवाह मुहूर्त 15 दिसंबर को है। इसके बाद खरमास लग जाएगा।