लखनऊ: 7 अक्टूबर: योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के किसानों की आय बढ़ाने और कृषि उत्पादकता को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यूपी एग्रीज परियोजना के अंतर्गत जेवर एयरपोर्ट के पास एक एक्सपोर्ट हब की स्थापना की जाएगी। यह हब विश्व बैंक की सहायता से स्थापित किया जाएगा, जिससे कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिए हैं कि हब के माध्यम से विशेष रूप से 2 से 3 विश्व स्तरीय हैचरी की भी स्थापना की जाएगी। यह प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। एक्सपोर्ट हब के जरिए उच्च मूल्य वाले कृषि उत्पाद जैसे मूंगफली, सब्जियां, काला नमक चावल, और तिल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में निर्यात किया जाएगा।
कृषि क्षेत्र में हो रहे विकास के साथ-साथ, विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) की स्थापना की जाएगी, जो किसानों को फॉरवर्ड लिंकेज और निर्यात बाजारों के बड़े हिस्से पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा। इस परियोजना के तहत काला नमक चावल के लिए सिद्धार्थनगर और गोरखपुर में, मूंगफली के लिए झांसी में, और सब्जियों के लिए जौनपुर, भदोही, बनारस, गाजीपुर, और बलिया में एसईजेड की स्थापना की जाएगी।
योगी सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में प्रमुख फसलों की उत्पादकता में 30 से 50 प्रतिशत की वृद्धि करना है, जिससे किसानों की आय में कम से कम 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सके। इसके अलावा, जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एक विश्व स्तरीय कार्बन क्रेडिट मार्केट की स्थापना की जाएगी, और स्थानीय मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए मौसम स्टेशनों की स्थापना की जाएगी।
यह पहल प्रदेश के कृषि क्षेत्र को न केवल मजबूत बनाएगी, बल्कि किसानों को एक नई दिशा भी प्रदान करेगी, जिससे वे अपनी उत्पादकता को बढ़ा सकेंगे और उनके उत्पाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान पा सकेंगे।
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