डीएम का हाथ पकड़ बोली-कोई नहीं सुनता, अपना नंबर दो
गाजियाबाद। योगी सरकार महिला सुरक्षा सहित सरकारी योजनाओं में गरीबों को राहत देने के कितने भी दावे करे। मगर, हकीकत क्या है ये हर वो शख्स जानता है, जिसने अपनी कोई भी समस्या निबटाने के लिए सरकारी तंत्र से मदद की उम्मीद की हो। सीएम योगी के गाजियाबाद आगमन पर बुधवार की सुबह घंटाघर रामलीला मैदान में हजारों की भीड़ जमा थी। इसी भीड़ में एक बुजुर्ग महिला भी अपनी समस्या को लेकर पहुंची थी।
महिला ने उम्मीद तो की थी कि सीएम योगी से मिलकर अपनी दिक्कत को हल कराउंगी। मगर, सुरक्षा घेरे के चलते वो सीएम से सैकड़ों मीटर दूर ही रोक दी गई।अचानक महिला की नजर जिले के डीएम इंद्र विक्रम सिंह पर पड़ी।
आनन-फानन में महिला ने डीएम साहब का हाथ पकड़ लिया। महिला के हाथ पकड़ने से भौचक्क डीएम साहब कुछ समझते उससे पहले ही महिला रोजी-रोजगार संबंधी अपनी समस्या बताने लगी।
डीएम साहब ने बड़े ही मधुर लहजे में कहा कि आप रजिश्ट्रेशन कराईये। डीएम की बात को बीच में ही काटकर महिला बोली कि कोई नहीं सुनता। आप अपना नंबर दो। महिला के नंबर मांगने पर डीएम साहब थोड़ा असहज हुए और कहा कि मेरा नंबर ? महिला ने फिर से नंबर की मांग दोहराई।
डीएम साहब मुस्कुराते हुए वहां मौजूदअफशरों से ये कहते हुए निकल गए गए मेरा नंबर दे देना। इस घटना को भले ही एक सामान्य घठना कहा जाए, मगर इसमें संदेह नहीं कि ये पूरा घटनाक्रम सरकारी तंत्र के उन दावों की हकीकत बयां करता है,
जिसमें आम जन मानस को सुलभता के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने और उनकी समस्याओं की सुनवाई आसानी से हने की बातें कही जाती हैं।