बुलंदशहर। एक तरफ जहां योगी 2.0 सरकार में पुलिस को हाईटेक करने पर जोर दिया जा रहा है, वहीं देश की राजधानी से कुछ दूर के जिले बुलंदशहर में हालत ये है कि थाने तालाब बने हैं। आलम ये है कि फरियादियों को पानी से होकर फरियाद के लिए थाने में दाखिल होना पड़ रहा है।
हर साल बरसात में होता है ये हाल
बुलंदशहर जिले का छतारी थाना हर साल बरसात के मौसम में तालाब की शक्ल ले लेता है। हर तरफ पानी ही पानी देखने को मिलता है। थाने का कामकाज पूरी तरीके से ठप हो जाता है। लेकिन इस ओर न जिले के अफसर ध्यान देते हैं और ना जनप्रतिनिधि। यही वजह है कि बरसों से यही हालत हैं मगर, कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते।
बैरक से हवालात तक पानी-पानी
इस थाने का हर बरसात में हाल ये होता है कि थाने में थानेदार के कमरे से लेकर मुंशी के कमरे, हवालात और बैरक के साथ-साथ पुलिसकर्मियों की रसोई तक में पानी ही पानी दिखाई देता है। बताते हैं कि इन हालातों को दुरुस्त करने के लिए तत्कालीन अफसरों ने कई मर्तबा प्रयास किए उच्चाधिकारियों को लिखा भी, मगर बजट का रोना रोकर हालातों को अनदेखा किया जाता रहा है।
जनप्रतिनिधि भी नहीं देते ध्यान
बताते हैं कि इन हालातों की जानकारी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी है, मगर केवल आश्वासन देकर वे भी कार्यवाही की इतिश्री कर देते हैं। लोगों का कहना है कि सरकारी बजट से होने वाले काम में जो कमीशन मिलता है, वो थाने में एक नंबर में होने वाले काम में नहीं मिलेगा, संभवत: इसी के चलते जनप्रतिनिधि भी इस समस्या की ओर कोई गौर नहीं करते।